धनबाद क्रिकेट संघ ने चयन समिति सहित विभिन्न उपसमितियों की घोषणा कर दी है। रविवार को धनबाद क्लब में अध्यक्ष मनोज कुमार की अध्यक्षता में हुई प्रबंध समिति की बैठक में इन उपसमितियों पर सहमति दे दी गई। अध्यक्ष ने कहा कि डीसीए की प्राथमिकता में महिला क्रिकेट है। हम चाहते हैं कि धनबाद से महिला क्रिकेटर उभरकर सामने आए और राज्य व देश का प्रतिनिधित्व करे। हाल के वर्षों में धनबाद का राज्यस्तरीय टूर्नामेंटों में बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। महिला क्रिकेट उप समिति का चेयरमैन बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता की धर्मपत्नी श्रीमती मिली दत्ता को बनाया गया है। इस कमेटी में डीपीएस की प्राचार्य सरिता सिन्हा, दीपाली राय, सुप्रिया, पूनम शर्मा, अन्नपूर्णा सिंह, बिंदू सिंह के अलावा डीसीए के दोनों संयुक्त सचिव व प्रायोजकों के प्रतिनिधि को शामिल किया गया है। इसके अलावा चयन समिति में भी बदलाव किया गया है। पुरुषों के लिए सीनियर व जूनियर चयन समिति को समाप्त कर अब सीधे चयन उप समिति (पुरुष) बनाया गया है जिसके चेयरमैन शाहबाज नदीम को बनाया गया है। इसमें संजीव गुप्ता, मनीष वर्धन, अभिषेक मोइत्रा, अमित राज मिश्रा होंगे। वहीं महिला चयन समिति में अरबिंद महता, बीएस झा, तापस सरकार, अन्नपूर्णा सिंह, नवल किशोर सिंह को स्थान दिया गया है।
बैठक में इसके अलावा टूर्नामेंट की स्थिति पर विचार किया गया। महासचिव बिनय कुमार सिंह ने टूर्नामेंट की अभी तक की स्थिति के बारे में बताया। एक महीने बाद सोमवार से शुरू हो रहे टूर्नामेंट के आयोजन पर विचार किया गया। टूर्नामेंट को जल्द से जल्द समाप्त करने पर सहमति बनी। बैठक में अध्यक्ष मनोज कुमार, वरीय उपाध्यक्ष उत्तम विश्वास, महासचिव बिनय कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष ललित जगनानी, के अलावा रविजीत सिंह डांग, सुनील कुमार, बाल शंकर झा, बीएच खान, जावेद खान, द्वारिका तिवारी, एसए रहमान, संजीव राणा, रत्नेश कुमार सिंह, सुधीर पांडेय, दिवेन तिवारी, महेश गोराई आदि उपस्थित थे।
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लता ताई को डीसीए ने दी श्रद्धांजलि
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर धनबाद क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों ने शोक जताया है। डीसीए के अध्यक्ष मनोज कुमार ने इस मौके पर कहा कि जब 1983 में भारत ने पहली बार विश्वकप जीता था तब तत्कालीन बीसीसीआई के अध्यक्ष एनकेपी साल्वे के आग्रह पर लता ताई ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और इससे होने वाली आय से विश्व विजेता टीम के सदस्यों को इनामी राशि दी गई। लता मंगेशकर ने इस कार्यक्रम के लिए एक भी पैसे नहीं लिए। उनके इस योगदान को बीसीसीआई कभी नहीं भूला और इसके बाद देश में होने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय मैचों में लता मंगेशकर के नाम चार पास आवंटित रहते थे। हालांकि उन्होंने कभी इस पास का उपयोग नहीं किया।
बैठक के अंत में लता मंगेशकर के साथ डीसीए के कार्यकारिणी सदस्य संजीव राणा की माता स्वर्गीय माया देवी और पूर्व उपाध्यक्ष अनूप झा के बड़े भाई अधिवक्ता आशीष झा के निधन पर शोक जताते हुए दो मिनट का मौन रखा और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।